Akshaya Tritiya 2024 Date, Marriage Mahurat, and Celebration in Hindi

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अक्षय तृतीया

Akshaya Tritiya

Akshaya Tritiya 2024 


Akshaya Tritiya 2024 Date, Marriage Mahurat, and Celebration in Hindi


Akshaya Tritiya 2024 Date, Marriage Mahurat, and Celebration in Hindi
Akshaya Tritiya 2024


2024 mein akshy tritiya kab hai

अक्षय तृतीया, जिसे आखा तीज के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू धर्म में सबसे शुभ दिनों में से एक माना जाता है। इसका नाम संस्कृत शब्द "अक्षय" से आया है, जिसका अर्थ है "अविनाशी" या "जो कभी खत्म नहीं होता"। माना जाता है कि इस दिन किए गए सभी अच्छे कर्मों का फल अक्षय और कभी खत्म नहीं होने वाला होता है।


AkshayaTritiya 2024 

 2024 में अक्षय तृतीया का विवरण 

* **दिनांक:** शुक्रवार, 10 मई
* **समय:** सुबह 5:33 बजे से दोपहर 12:18 बजे तक
* **पूजा मुहूर्त:**
     * सुबह का मुहूर्त (चर, लाभ, अमृत): सुबह 6:06 बजे से 10:58 बजे तक
     * दोपहर का मुहूर्त (चर): शाम 5:27 बजे से शाम 7:04 बजे तक
     * दोपहर का मुहूर्त (शुभ): दोपहर 12:35 बजे से दोपहर 2:12 बजे तक
     * रात्रि मुहूर्त (लाभ): रात्रि 9:49 बजे से रात्रि 11:12 बजे तक
     * रात्रि मुहूर्त (शुभ, अमृता, चर): 12:35 पूर्वाह्न से 2:50 पूर्वाह्न, 11 मई
* **समय:**
     * तृतीया तिथि 10 मई को सुबह 4:17 बजे शुरू होगी और 11 मई को सुबह 2:50 बजे समाप्त होगी।
     * ब्रह्म मुहूर्त: प्रातः 4:17 बजे से प्रातः 5:06 बजे तक
     * अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:52 बजे से दोपहर 12:38 बजे तक

अक्षय तृतीया हिंदू कैलेंडर में एक शुभ दिन है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन शुरू किया गया कोई भी नया कार्य सफल होगा। लोग अक्सर इस दिन सोना, चांदी और अन्य कीमती सामान खरीदते हैं क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इससे समृद्धि आती है। वे दान भी करते हैं और देवताओं का आशीर्वाद पाने के लिए पूजा भी करते हैं।

यहां कुछ चीजें दी गई हैं जो आप अक्षय तृतीया पर कर सकते हैं:

* सोना, चांदी या अन्य कीमती सामान खरीदें।
* दान के लिए दान करें।
* देवताओं का आशीर्वाद पाने के लिए पूजा करें।
* नया व्यवसाय या उद्यम प्रारंभ करें।
* संपत्ति या अन्य परिसंपत्तियों में निवेश करें।
* शादी या सगाई करें।
* नए घर में प्रवेश करें.
* एक पौधा लगाइए।




अक्षयतृतीया



यहाँ अक्षय तृतीया के कुछ मुख्य बिंदु दिए गए हैं:

अक्षय तृतीया कब मनाया जाता है

वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को।


 
अक्षय तृतीया क्यों महत्वपूर्ण है:

o इस दिन किए गए सभी शुभ कार्यों का फल अक्षय माना जाता है।

o विवाह, गृहप्रवेश, व्यापार शुरू करने आदि जैसे शुभ कार्यों के लिए यह सर्वोत्तम दिन माना जाता है।

o इस दिन दान का विशेष महत्व है और ऐसा माना जाता है कि इस दिन किया गया दान का फल कई गुना बढ़ जाता है।

o भगवान विष्णु के छठे अवतार परशुराम जी का जन्मदिन भी इसी दिन मनाया जाता है।




· 
अक्षय तृतीया पर क्या खास होता है


o लोग पूजा-पाठ करते हैं और भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का आशीर्वाद लेते हैं।

o दान का महत्व बहुत माना जाता है और लोग गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करते हैं।

o कुछ क्षेत्रों में लोग मंदिरों में जाकर विशेष पूजा भी करते हैं।




अगर आप हिंदू धर्म को मानते हैं या भारतीय संस्कृति में रुचि रखते हैं, तो अक्षय तृतीया के बारे में और जानने के लिए यह एक अच्छा समय हो सकता है। आप अपने आस-पास के मंदिरों में इस दिन होने वाले कार्यक्रमों के बारे में भी पता कर सकते हैं।



अक्षय तृतीया का महत्व (Significance of Akshay Tritiya)



· अक्षय पुण्य: अक्षय का अर्थ है "अविनाशी" या "अक्षय"। माना जाता है कि इस दिन किए गए सभी पुण्य कर्मों का फल अक्षय होता है, यानी कभी खत्म नहीं होता। इसलिए इसे नई शुरुआत और शुभ कार्यों के लिए सबसे अच्छा दिन माना जाता है।

· शुभ मुहूर्त: शास्त्रों में इसे स्वयं सिद्ध मुहूर्त माना जाता है, मतलब शुभ कार्य करने के लिए किसी पंचांग की आवश्यकता नहीं होती। विवाह, गृह प्रवेश, व्यापार शुरू करने, वस्त्र-आभूषण आदि खरीदने के लिए यह सर्वोत्तम दिन माना जाता है।

· दान का महत्व: इस दिन दान का विशेष महत्व होता है। दान में दिए गए धन-संपत्ति का कई गुना लाभ मिलने की मान्यता है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, दान स्वर्ण, भूमि, गौ, वस्त्र, अनाज आदि किसी भी रूप में किया जा सकता है।

· पौराणिक महत्व: इस दिन को कई महत्वपूर्ण घटनाओं से जोड़ा जाता है, जैसे भगवान परशुराम का जन्मदिन, महाभारत ग्रंथ की शुरुआत, सतयुग और त्रेतायुग का आरंभ।




अक्षय तृतीया कैसे मनाई जाती है? (How is Akshay Tritiya celebrated?)

· पूजा-पाठ: लोग घरों और मंदिरों में भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करते हैं। मंत्रों का जाप, होम-हवन आदि भी किए जाते हैं।

· दान: विभिन्न रूपों में दान का महत्व बहुत अधिक है। गरीबों को भोजन, वस्त्र आदि का दान किया जाता है। कुछ लोग मंदिरों और धार्मिक संस्थाओं को भी दान देते हैं।

· स्नान-दान: कुछ क्षेत्रों में लोग पवित्र नदियों में स्नान करके दान-पुण्य का लाभ लेते हैं।

· त्योहार जैसा माहौल: कई जगहों पर मेले लगते हैं और घरों में खास व्यंजन बनते हैं। परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर खुशियाँ मनाई जाती हैं।



अक्षय तृतीया पर सोना खरीदना (Buying gold on Akshay Tritiya)

सोना खरीदना कोई अनिवार्य परंपरा नहीं है, लेकिन इसे शुभ माना जाता है। इस दिन सोना खरीदने या पहनने से आर्थिक समृद्धि और वैभव आने की मान्यता है। यह पूरी तरह से आपकी व्यक्तिगत आस्था और परंपराओं पर निर्भर करता है।



अक्षय तृतीया के विशिष्ट अनुष्ठान (Specific rituals)

विभिन्न क्षेत्रों और समुदायों में अलग-अलग अनुष्ठान हो सकते हैं, लेकिन कुछ सामान्य अनुष्ठानों में शामिल हैं:

· गणेश पूजा: शुभ कार्यों की शुरुआत से पहले विघ्नहर्ता भगवान गणेश की पूजा की जाती है।

· कलावा बांधना: कुछ लोग इस दिन मंत्रों के साथ कलावा बांधते हैं, जो सुरक्षा और शुभता का प्रतीक होता है।

· पारिवारिक पूजा: घरों में पारिवारिक रूप से भगवान की पूजा और आरती की जाती है।



Akshaya Tritiya 2024 date and time 

Akshaya Tritiya date and time 


अक्षय तृतीया 2024 

अक्षय तृतीया कब है 


अक्षय तृतीया इस साल 10 मई 2024, शुक्रवार को मनाई जाएगी।

· तिथि प्रारंभ: 10 मई, 2024, प्रातः 4:17 बजे

· तिथि समाप्त: 11 मई, 2024, देर रात 2:50 बजे

हालांकि, उदया तिथि के अनुसार, अक्षय तृतीया मुख्य रूप से 10 मई को ही मनाई जाएगी।

यदि आप पूजा-पाठ करना चाहते हैं तो **विशेष शुभ मुहूर्त **निम्नलिखित हैं:

· पूजा का मुहूर्त: प्रातः 5:33 बजे से दोपहर 12:18 बजे तक



अक्षयतृतीया शुभेच्छा 


आपको एक खुशहाल और शुभ अक्षय तृतीया की शुभकामनाएं!



अक्षय तृतीया और भगवान परशुराम जयंती


अक्षय तृतीया हिंदू धर्म में सबसे शुभ दिनों में से एक माना जाता है। यह वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। इस दिन को भगवान परशुराम जयंती के रूप में भी मनाया जाता है, जो भगवान विष्णु के छठे अवतार हैं।

अक्षय तृतीया का महत्व:

· अक्षय पुण्य: इस दिन किए गए सभी पुण्य कर्मों का फल अक्षय माना जाता है।

· शुभ मुहूर्त: इसे स्वयं सिद्ध मुहूर्त माना जाता है, मतलब शुभ कार्य करने के लिए किसी पंचांग की आवश्यकता नहीं होती।

· दान का महत्व: इस दिन दान का विशेष महत्व होता है।

· पौराणिक महत्व: इस दिन को कई महत्वपूर्ण घटनाओं से जोड़ा जाता है, जैसे भगवान परशुराम का जन्मदिन, महाभारत ग्रंथ की शुरुआत, सतयुग और त्रेतायुग का आरंभ।



भगवान परशुराम जयंती:


भगवान परशुराम भगवान विष्णु के छठे अवतार हैं। वे एक महान योद्धा और विद्वान थे। उन्होंने 21 बार क्षत्रियों का नाश किया था।

अक्षय तृतीया और भगवान परशुराम जयंती कैसे मनाई जाती है:

· पूजा-पाठ: लोग घरों और मंदिरों में भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी, भगवान परशुराम की पूजा-अर्चना करते हैं।

· दान: विभिन्न रूपों में दान का महत्व बहुत अधिक है।

· स्नान-दान: कुछ क्षेत्रों में लोग पवित्र नदियों में स्नान करके दान-पुण्य का लाभ लेते हैं।

· त्योहार जैसा माहौल: कई जगहों पर मेले लगते हैं और घरों में खास व्यंजन बनते हैं।



अक्षय तृतीया और भगवान परशुराम जयंती का महत्व:

यह दिन हमें सिखाता है कि हमें सदैव सत्य और न्याय के मार्ग पर चलना चाहिए। हमें दान-पुण्य भी करना चाहिए और जरूरतमंदों की मदद करनी चाहिए।



आपको अक्षय तृतीया और भगवान परशुराम जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं!




अक्षय तृतीया विवाह मुहूर्त

अक्षय तृतीया 2024 विवाह मुहूर्त

Akshaya Tritiya marriage time

अक्षय तृतीया विवाह मुहूर्त

क्या अक्षय तृतीया 2024 विवाह के लिए अच्छा है?


is Akshaya Tritiya 2024 good for marriages?


**अक्षय तृतीया** हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो वैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। इस दिन को **अक्षय** यानी क्षय न होने वाला माना जाता है। इस दिन किए गए सभी कार्य शुभ फलदायी होते हैं।


**विवाह** एक ऐसा संस्कार है जो दो आत्माओं को एकसूत्र में बांधता है। यह जीवन का एक महत्वपूर्ण मोड़ होता है। इसलिए, विवाह के लिए शुभ मुहूर्त का चुनाव करना बहुत महत्वपूर्ण होता है।


**अक्षय तृतीया** विवाह के लिए एक अत्यंत शुभ मुहूर्त माना जाता है। इस दिन विवाह करने से जीवन में सुख-समृद्धि और सफलता आती है।


**वर्ष 2024 में, अक्षय तृतीया 10 mayको मनाया जाएगा।** इस दिन विवाह के लिए दो शुभ मुहूर्त होंगे:


* **सुबह 6:30 बजे से 8:00 बजे तक**
* **शाम 4:30 बजे से 6:00 बजे तक**


**अक्षय तृतीया** के दिन विवाह करने के कुछ **लाभ** :


* **शुभ फलदायी**: इस दिन विवाह करने से जीवन में सुख-समृद्धि और सफलता आती है।
* **अक्षय**: इस दिन किए गए सभी कार्य शुभ फलदायी होते हैं।
* **सभी ग्रहों की अनुकूलता**: इस दिन सभी ग्रहों की अनुकूलता होती है, जो विवाह के लिए शुभ माना जाता है।
* **अबूझ मुहूर्त**: इस दिन विवाह के लिए मुहूर्त देखने की आवश्यकता नहीं होती है।


**अक्षय तृतीया** के दिन विवाह करने के लिए कुछ **सुझाव**:


* **विवाह से पहले ज्योतिषी से सलाह लें**।
* **विवाह के लिए सभी आवश्यक तैयारियां समय रहते कर लें**।
* **विवाह के दिन वर-वधू दोनों को शुभ मुहूर्त में ही तैयार होना चाहिए**।
* **विवाह के बाद दान-पुण्य करें**।


**अक्षय तृतीया** विवाह के लिए एक अत्यंत शुभ मुहूर्त है। यदि आप इस दिन विवाह करने की सोच रहे हैं, तो यह एक अच्छा अवसर है।


disclaimer-


तिथियों, समय, पूजा मुहूर्त और समय सहित अक्षय तृतीया 2024 पर प्रदान की गई जानकारी पारंपरिक कैलेंडर और मान्यताओं पर आधारित है। यह केवल जानकारी के उद्देश्य से है। इन मुहूर्तों का पालन करना एक व्यक्तिगत पसंद है।




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