रंगों का त्योहार holi geet aur kavita
आया है होली का त्योहार, रंगों की बौछार लाया है प्यार, लगाओ गले से गुलाल का हार, खेलें हम सब मिलकर ये त्योहार।
रंगों के इन बादलों में घुल जाओ, हंसते-खेलते सबको जलाओ, जीवन के हर रंग में खुशियां भर जाओ, खुशहाली से जीतो ये त्योहार।
आओ ना चलें यूँ तनहा-तनहा, मिलकर होली मनाएं खुशियों से भरा, सबको अपना-अपना गाना गाएं, खुलकर उड़ाएं खुशी का जहाँ।
होली का ये त्योहार, लाए सबको मनोरंजन का भंडार, आओ मिलकर खेलें इसे सबके संग, रंगों से भर जाए हमारा जीवन बंग।खुशियों का उत्सव
होली का उत्सव है, खुशियों का त्योहार है, भावनाओं का बहार है, दोस्तों का त्योहार है।
भरे खुशियों से जीवन को, पंख लगा कर ऊंचा करो, आओ मिलकर मनाएं इसे, खुशियों का भंडार ओढ़ कर।
इस दिन जीतो खुशियों की जंग, खुशहाली से जीवन की गंगा में तैरो, फुलों की तरह खुशियों से खिल
here's a beautiful Holi poem in Bundeli language:
होली का त्यौहार
होली का त्यौहार आए रे, रंग लगाव ले आए रे। सब मिलकर खुशियाँ मनाए रे, खुल के खेले होली जैसे रे।
आई होली खेलन संग दोस्तों के, मस्ती करे जीजा साले, रंग लगाये सब मिलकर, होली में बन जाये जीजा साले।
होली का त्यौहार लाए रंगों की बरसात, आओ खेलें होली रंगों से भरे जहां। खुशियों की रंगत छाई है, बंद खिड़कियों को खोलो, बदलो अपने जीवन की रंगत, मनोरंजन का यह त्यौहार होली आए रे।
आओ मनाएं होली का यह त्यौहार, खेलें रंगों से भरी दुनिया में सब मिलकर, खुल के जीवन को जीएं, रंगों से भरी खुशियों का उत्सव मनाए रे।