कविता कैसे लिखें
सबसे पहले हमें यह ध्यान रखना चाहिए कविता, पोएट्री या शायरी लिखते समय कि हमारे शब्दों का आपसी मेलजोल होना बहुत जरूरी है
ऐसा ना हो कि आप एक लाइन में किसी का जिक्र कर रहे हो और दूसरी लाइन में किसी और विषय का जिक्र कर रहे हो ऐसा बिल्कुल नहीं होना चाहिए
कविता लिखना एक कला है-
कविता लिखना एक कला है जिसको सीखने में थोड़ा टाइम लगता है सबसे पहले आपके दिमाग में नए नए शब्द होना बहुत जरूरी हैकुछ नए अनूठे शब्द खोजें -
कुछ नए अनूठे शब्द खोजेंउन शब्दों का प्रयोग करें नए शब्द बनाकर अपनी कविता के लिए पद्य बना सकते हैं
कविताओं के प्रकार-
अब आते हैं कविताओं के प्रकार के बारे मेंकविता प्रमुख्त्तः दो प्रकार की होती हैं छंद मुक्त, और छंद वाली कविताएं और तुकांत व अतुकांत वाली कविताएं
छंद युक्त कविताएं-
कोई कविता जब हिंदी के नियम जैसे रोला दोहा कुंडलियां आदि नियमों को ध्यान में रखकर लिखी जाती हैं छंद युक्त कविताएं कहते हैंइसी प्रकार जब कोई नया बांदा कविताएं लिखता है तो शुरू में छंद मुक्त कविताएं लिखता है इसमें किसी नियमों का महत्व नहीं होता केवल भाव प्रधान कविताएं होती हैं
तुकांत कविताएं-
इसी प्रकार तो तुकांत कविताएं भी होती हैं जिनके अंत में तुकांत होता है मतलब अंत में वह शब्द लिखे जाते हैं जिसमें कविता की लय बनी होती है पढ़ने वाले को आनंद का एहसास होता है उनको तुकांत कविता कहते हैंअतुकांत कविता-
अतुकांत कविता इसके अलग होती है जिसमें कविता के अंतिम अंतिम में तुकांत नहीं होता यह भाव प्रधान होती हैंकविताओं में रसों की प्रधानता-
विभिन्न कविताओं में रसों की प्रधानता होती है
वीर रस की कविताएं
हास रस की कविताएं
शृंगार रस कविताएं आदि
इजहार ए मोहब्बत-
कविताओं को कभी इजहार ए मोहब्बत कहा जाता था पर आज की जिंदगी में कविताएं जिंदगी से गायब हो गई हैं
कविताओं से लोगों सुकून मिलता था जो अब कविताओं की तलाश कर रहे है
कविता का जन्म-
दिल में मोहब्बत की भावना उभरने लगती है तो अंदर से कविता का जन्म होता है अंदर से कुछ कहने की लालसा होती है तब शब्दों के प्रभाव को पूरा करने के लिए कविता का जन्म होता है
एक विषय की आवश्यकता-
कविताओं के लिए एक विषय की आवश्यकता होती हैकविताओं के लिए कौन सा विषय आप ले रहे हैं अथवा स्वयं के लिए कविता कैसे लिखें
बाल कविता-
कविता के लिए एक शिक्षक की भी आवश्यकता हो सकती है
बच्चों के लिए भी कविताएं लिखी जाती हैं उनको बाल कविता कहते हैं स्कूल में भी कविताएं सिखाई और लिखवाई जाती हैं यह सब कविताओं के ही प्रकार या भाग हैं..
शुरुआत में मेरे साथ भी बिल्कुल ऐसा ही था..
हमें कविता या शायरी कैसे लिखनी है -
देखो लिखते समय कोई ऐसी चीज नहीं होती कि हमें कविता या शायरी कैसे लिखनी है
कुछ लिखने सबसे पहले आप यह ध्यान रखें कि आपको किस टॉपिक के ऊपर लिखना है
उसके अनुसार पहले उसके बारे में कुछ सोचें या सर्च करे और उसमें कई सारे ऐसे वर्ड होंगे जो बहुत अच्छे हों उनको कॉपी में नोट कर ले
और फिर उन शब्दों को पकड़कर कविताएं की लाइनें बनाना शुरू करें
अपने टॉपिक को देखें किस टॉपिक पर आपको लिखना है-
बस इतना ही कहना चाहूंगा कि आप पहले अपने टॉपिक को देखें किस टॉपिक पर आपको लिखना है
और अपनी ज्ञान को एकत्रित करें अपने दिमाग में नए-नए वर्ड लाएं
उर्दू इंग्लिश सारे हर तरह के
मतलब अपने दिमाग में वर्ड लाएं.
आप खुद की कविताएं लिख सकते हैं-
आप मेरे ब्लॉग के कविता सेक्शन में जा कर देख सकते हैं की मैंने कैसे एक टॉपिक को पकड़कर कैसे उस पर कविताएं लिखी हैं और आप वैसे ही आप खुद की कविताएं लिख सकते हैं
शेष फिर...