Gangubai Kathiawadi Movie Review:
गंगूबाई काठियावाड़ी फिल्म
(Gangubai Kathiawadi Movie)
आ गई है थियेटर्स में।
चलिए विस्तार से बात करते हैं
गंगूबाई काठियावाड़ी फिल्म के डायरेक्टर “संजय लीला भंसाली” जी (Sanjay Leela Bhansali) ने गंगूबाई काठियावाड़ी फिल्म में उन लड़कियों के दर्द को बाहर लाने की कोशिश की है, जिनके पास अपनी इज्जत को बेचने के अलावा कोई चारा नहीं होता।
गंगा नाम की एक 15-16 साल की बच्ची कैसे काठियावाड़ी से कमाठीपुरा में ज़बरदस्ती लाई जाती है। और वहां से उसकी जिंदगी कैसे पलट जाती है, और उस जिन्दगी में आने के बाद वह अपने साथ साथ बाकी लड़कियों की जिंदगी भी कैसे पलट देती है, यह सब गंगूबाई काठियावाड़ी फिल्म की कहानी में दिखाया गया है।
और उसे अच्छे से समझने के लिए आपको गंगूबाई काठियावाड़ी फिल्म देखनी पड़ेगी।
गंगूबाई काठियावाड़ी फिल्म की अवधि ढाई घंटे की है, और इसका फर्स्ट हाफ डेढ़ घंटे का। पर वह फर्स्ट हाफ गंगूबाई काठियावाड़ी फिल्म की जान है, तेज-तर्रार और आकर्षक
गंगूबाई काठियावाड़ी फिल्म आधारित है, “माफिया क्वीन ऑफ मुंबई”नॉवेल के एक चैप्टर, “गंगूबाई कोठेवाली” से
और सच कहूं तो आलिया भट की यह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन में से एक है। एक्टिंग का सपना देखने वाली एक हसमुख गंगा का कमाठीपुरा में आने के बाद का परिवर्तन, आलिया भट्ट ने बहुत अच्छे से निभाया और हर बार उनकी ऐक्टिंग में खुशी के साथ साथ दर्द छलकते हुए साफ साफ नजर आता है। और इसमें उनका साथ दिया है इन तीन शख्स ने, सीमा पाहवा,अजय देवगन और विजय राज कमाल की ऐक्टिंग
गंगूबाई काठियावाड़ी आलिया भट्ट का, यानि गंगूबाई का एक लव एंगल भी दिखाया गया है, जो मुझे थोड़ा सा खींचा हुआ लगा। ऐसा लगा कि ये चीज नहीं दिखानी चाहिए थी। क्या उसकी जरूरत नहीं थी? लेकिन आगे चलकर उसकी जरूरत भी समझ में आ गई।
और सेकंड हाफ इसका एक घंटे का है, जो मेरे ख्याल से आधे घंटे का भी होता तो चल जाता। सेकंड हाफ में गंगूबाई एक राजनीतिक नेता के रूप में कैसे बदलाव लाती है, उसे बड़े ही गहरे मतलब के डायलॉग्स के साथ दिखाया गया है। इसमें एक सीन है जब आलिया भट्ट अपनी मां से फोन पर बात करती है। वो वाला सीन वन शॉट था, वन टेक था। और वो सीन आपको अंदर से इमोशनल कर देगा।
इसमें बहुत से एक ही बार में लिए गए सीन से जो आलिया भट्ट ने प्रदर्शन किया है। और मुझे यह कहना ही पड़ेगा की आलिया भट्ट का प्रदर्शन लेवल काफी ज्यादा आगे निकल चुका है। आपकी और मेरी सोच से भी आगे, आप जितनी भी उसकी निंदा करें उसके पारिवारिक पृष्ठभूमि को लेकर, लेकिन उसके एक्टिंग के कौशल को इंकार नहीं कर पाओगे।
लास्ट में वैश्यावृत्ति को लेकर आलिया भट्ट का एक भाषण है, जो बहुत से लोगों की मानसिकता परिवर्तन कर देगा। और हां, गंगूबाई काठियावाड़ी फिल्म प्रत्यक्ष रूप से 16 साल से ऊपर के लोगों के लिए है। क्योंकि टॉपिक ही थोड़ा व्यभिचार है। वैश्यावृत्ति पर बनी गंगूबाई काठियावाड़ी फिल्म में, आप यकीन नहीं करोगे, ना तो बैड सीन है, ना साधारण सा किसिंग सीन।
तो इसके लिए संजय लीला भंसाली को सलाम। उन्होंने एक इतने गंभीर टॉपिक पर फिल्म बनाई है, लेकिन उसमें नग्नता या चेतावनी पूर्ण सीन को पूरी तरह से टाला गया है। बस आलिया भट्ट ने दो बार गाली दी है। पर वो गाली उस परिस्थिति पर पूरी तरह से सही बैठती है।
बस फिल्म के सेकंड हाफ में जब वो एक माफिया क्वीन बनती है, तब से कहानी थोड़ी धीमी पड़ जाती है। लेकिन अगर मै कुल मिलाकर बात करू, तो हां, गंगूबाई काठियावाड़ी फिल्म आप जरूर देख सकते हो।